-
Advertisement

कांवड़ यात्रा में पुलिस प्रशासन की लापरवाही, 5 किलोमीटर लंबा जाम बना श्रद्धालुओं की परीक्षा
– रूट डायवर्जन के बावजूद यातायात पुलिस की चूक, गंगा नदी पुल पर घंटों फंसे रहे कांवड़िए, जलाभिषेक में हुई भारी देरी
फर्रुखाबाद। सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को भगवान भोलेनाथ के दर्शन से पहले प्रशासनिक अव्यवस्था का भारी सामना करना पड़ा। थाना कादरी गेट क्षेत्र के अंतर्गत पांचाल घाट स्थित गंगा नदी पुल पर करीब 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया, जिसमें हजारों की संख्या में कांवड़िए घंटों तक फंसे रहे।
कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र संभावित भीड़ को लेकर पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने पहले ही यातायात रूट डायवर्जन के आदेश दिए थे, लेकिन यातायात पुलिस व पांचाल घाट चौकी की घोर लापरवाही ने इन आदेशों को ज़मीनी स्तर पर बेअसर बना दिया।
स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों और कांवड़ियों के अनुसार, न तो ट्रैफिक कर्मी मौजूद थे, और न ही कोई वैकल्पिक मार्ग पर तैनाती, जिससे जाम ने विकराल रूप ले लिया।
गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्य की ओर निकले कांवड़ियों को इस जाम के चलते घंटों पैदल चलना पड़ा। कई कांवड़िए तो जाम में ही बैठकर सुस्ताते देखे गए। अत्यधिक गर्मी, थकान और पानी की कमी से कई श्रद्धालुओं की हालत बिगड़ गई। कुछ कांवड़िए ऐसे भी थे जिन्हें सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर जलाभिषेक के लिए आगे बढ़ना था, लेकिन जाम ने उनकी रफ्तार रोक दी।
पांचाल घाट पुल पर लगे जाम से स्थानीय दुकानदारों, दर्जनों वाहनों के चालकों और रोगियों को ले जा रहे एंबुलेंस तक को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आम जन जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया।
मामले मे प्रशासन की ओर से कोई स्पष्ट वक्तव्य सामने नहीं आया है। लोगों का कहना है कि हर साल कांवड़ यात्रा होती है, लेकिन प्रशासन की तैयारियां सिर्फ कागज़ों तक ही सीमित रहती हैं।