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युद्ध के समय आप भी कर सकते हैं देश की सेवा, भारत-पाक तनाव के बीच बिहार सरकार का बड़ा फैसला
पटना: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सीमा तनाव के मद्देनजर बिहार सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है, जिसके तहत युद्ध के समय सिविल डिफेंस वालेंटियरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि वे सिविल डिफेंस वालेंटियरों की संख्या को वर्तमान दो हजार से बढ़ाकर और अधिक करें। यह कदम नागरिक सुरक्षा को मजबूत करने और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
वर्तमान में राज्य में सिविल डिफेंस वालेंटियरों की संख्या दो हजार है, जिसे युद्ध के संदर्भ में बढ़ाकर अधिक किया जाएगा। सरकार का यह कदम राज्य की सुरक्षा तंत्र को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन वालेंटियरों का प्रमुख कार्य नागरिकों की सुरक्षा, बचाव कार्यों में सहायता, आपातकालीन सेवाओं में योगदान, और युद्ध जैसी परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देना होगा।
सिविल डिफेंस वालेंटियरों को विशेष रूप से युद्ध के दौरान नागरिकों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इन वालेंटियरों को आपातकालीन सेवाओं, प्राथमिक चिकित्सा, खोज और बचाव, तथा नागरिकों को युद्ध जैसी स्थिति में सुरक्षा प्रदान करने के लिए तैयार किया जाएगा।
राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि अगर सीमा पर तनाव और बढ़ता है तो नागरिकों की सुरक्षा के लिए सिविल डिफेंस वालेंटियरों की संख्या और भी बढ़ाई जा सकती है। इसके साथ ही, इन्हें विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी सहायता कार्यों में भी तैनात किया जाएगा ताकि किसी भी आपदा या संकट के समय त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सके।
इस फैसले से राज्य में सुरक्षा को मजबूत किया जाएगा और युद्ध जैसी परिस्थितियों में सरकार को नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। यह कदम यह भी दर्शाता है कि बिहार सरकार सुरक्षा से संबंधित मुद्दों को बेहद गंभीरता से ले रही है और किसी भी प्रकार के संकट के लिए पूरी तरह तैयार है।